Friday, November 16, 2018

الإثنان إلى أقلية البيروم ويشاهدان مرارا مداخلات مهينة بحق شعبهما

يستخدم فريق ماتياس فيسبوك لتكذيب المعلومات المضللة اينما وجدها في الموقع، وذلك لمنع الفزع الذي تسببها والذي يستنفد موارد الشرطة. وفي الأوقات المأزومة، يستخدم أفراد الفريق حساباتهم الشخصية لتفنيد الشائعات، ويناشدون الزعامات المحلية عمل الشيء ذاته. ولكن الكم الهائل من المعلومات الكاذبة التي يتم تدولها في ولاية الهضبة يكاد يطغي على كل الجهود المبذولة لمجابهتها.
فبالاضافة لهجوم حاجز التفتيش الذي كلف عليا حياته، يسرد ماتياس أكثر من عشر حوادث يقول إن المعلومات الكاذبة والمضللة المنشورة في فيسبوك كان لها دور في التحريض على القتل والاعتداء والعنف المدني، ومنها اعمال شغب أدت في حزيران / يونيو 2018 إلى اتلاف مبان حكومية وحادث تدافع في شوارع مدينة جوس عقب ورود تقارير كاذبة تتحدث عن هجوم ومقتل اثنين من رجال الإيغبو على أيدي جموع في أيلول / سبتمبر 2017. يقول، "إنها تسبب الفزع. إن الأخبار الكاذبة تحدث الكثير من الضرر لمجتمعنا. نأمل أن تستجيب شركة فيسبوك لنا وتعمل على تدارك الأمر بسرعة."
فبين شهري أيلول / سبتمبر وتشرين الأول / أكتوبر، تمكن الجيش من تكذيب سبعة مواضيع كاذبة في فيسبوك. ويقوم الجيش، اضافة لمراقبة ورصد الموقع، بتنظيم اجتماعات دورية مع الأئمة المحليين ورجال الدين المسيحي والسياسيين لتوعيتهم حول مخاطر نشر الأخبار والمعلومات الكاذبة والمضللة.
يقول اللواء أوغسطين أغوندو، قائد عملية حفظ سلام كبيرة في الولاية، "إنه ميدان جديد في فن الحرب. فالأخبار الكاذبة تنتشر انتشارا كبيرا قبل أن تعلم ما يجري، وعليك بذل الكثير من الجهد لاحاطة الناس علما بأن هذه الأخبار كاذبة بالفعل."
أما الرائد آدم عمر، وهو ضابط توجيه معنوي بارز في الجيش النيجيري، فيقول إن الفريق الذي يقوده فتح رقما هاتفيا خاصا يتيح للسكان المحليين الإخبار بواسطته عن "الأخبار الكاذبة". وأضاف أن الجيش بات يستخدم البث الإذاعي لغرض تكذيب الأخبار المضللة.وقال الرائد آدم بعد عودته من مهمة لاحلال السلم، "المشكلة تؤلب القبيلة على الأخرى، والدين على الآخر، وهي تسهم في زيادة التخلف."
عاين الرائد عمر عواقب المجزرة التي شهدتها غاشيش في حزيران / يونيو الماضي.
ويعتقد هو أيضا أن "الصور المزورة" التي نشرت في فيسبوك كان لها دور كبير في اشعال نار الفتنة والثأر في جوس. وقال إن حادثة مماثلة وقعت في العام الماضي عندما اندلعت اشتباكات بين الإيغبو والهاوسا بعد نشر صور في فيسبوك قيل إنها التقطت لهجوم وقع شرقي البلاد.
ولا ينحصر صراع نيجيريا مع "الأخبار الكاذبة" التي تنتشر عبر وسائل التواصل في ولاية الهضبة فقط، بل يتعداها ليشمل عموم البلاد. ففي عام 2018، أعلنت الحكومة النيجيرية عن اطلاق حملة تعم البلاد بأسرها تهدف إلى توعية النيجيريين بالمشكلة ومخاطرها.
وفي الحفل الذي أقيم لإطلاق الحملة في حزيران / يونيو الماضي، قال وزير الاتصالات النيجيري في كلمة ألقاها بالمناسبة إنه "في بلد متعدد الأثنيات والأديان كبلدنا، تعتبر الأخبار الكاذبة بمثابة قنبلة موقوتة."
تقول المفوضية النيجيرية للاتصالات إن أكثر من 100 مليون من سكان البلاد يستخدمون الانترنت، أي أكثر بثلاثة أضعاف من عدد المستخدمين في عام 2012. ومن المتوقع أن تنضم اليهم ملايين أخرى في السنوات القليلة المقبلة، وفيسبوك يؤدي دورا في مساعدة النيجيريين على التواصل.
خلال الزيارة التي قام مارك زوكربيرغ بها لنيجيريا في عام 2016، دشنت شركة فيسبوك خدمة (فري بيسكس) بالمشاركة مع شبكة (أير تيل أفريكا) للهواتف المحمولة.
وأتاحت هذه الخدمة لمستخدميها الوصول إلى 80 موقعا ألكترونيا مجانا. ومن هذه المواقع كان موقع فيسبوك.
أصبح فيسبوك بمرور السنين جزءا اساسيا من الحياة اليومية للملايين من الشباب في نيجيريا. يقول دينيس دافو ذو الـ 18 عاما، "إنه يجعل العالم قريبا، إذ نتمكن من تأسيس صداقات في شتى بقاع العالم. نتحدث مع اصدقائنا. كما يساعدنا فيسبوك على التعرف على البلدان الأخرى كما يساعد الآخرين على التعرف على بلادنا."
أما بام فينا ذات الـ 17 عاما والتي تقيم في احدى ضواحي جوس، "أدخل موقع فيسبوك يوميا ولدي 3 آلاف صديق."
دينيس وبام صادقان في اعجابهما بفيسبوك، وتتناغم تعليقاتهما مع الهدف الذي وضعه زوكربيرغ "بربط العالم ببعضه."
ولكن دينيس وبام، شأنهما شأن العديد من مستخدمي فيسبوك الذين تحدثنا إليهم، اعترفا بجهلهما بسبل الإخبار عن الصور المزعجة أو المخيفة التي تظهر بين الفينة والأخرى على شاشات هواتفهما ينتمي الإثنان إلى أقلية البيروم ويشاهدان مرارا مداخلات مهينة بحق شعبهما.

Friday, October 5, 2018

报告称印度小型城市的空气污染最为严重

हां जो मीटिंग हो रही थी, पहले वह फ़रवरी 1948 में होनी थी. बापू चाहते थे कि इसमें उनके सहयोगी कांग्रेस का विघटन करने और कई संगठनों का एक बड़ा समूह बनाने पर विचार करें. बापू ने इसके लिए नाम भी सोचा था- लोक सेवक संघ.
जो लोग इस सभा में आए, उन्होंने ख़ुद से और नए देश से एक सवाल पूछा था, "क्या हमें यक़ीन है कि हम सत्य और अहिंसा के रास्ते ऐसा समाज बना सकेंगे जो समानता और न्याय पर आधारित हो?"
उनके इस सवाल के पीछे संगठनात्मक दुविधा भी थी- ऐसा कौन सा ज़रिया होगा जो कांग्रेस और उसकी पार्टी की सरकार को निष्पक्ष और न्याय संगत समाज की ओर बढ़ने में मदद करेगा?
विनोबा इस बात के पक्ष में नहीं थे गांधी के विचारों को संगठनात्मक और संस्थागत रूप दिया जाए. वहीं जे. सी. कुमारप्पा ने उस बैठक की तुलना यीशु और उनके अनुयायियों के बीच हुए बैठक से की थी. उन्होंने ऐसे संगठन की ज़रूरत बताई थी जो गांधी की सच्ची विरासत को आगे बढ़ाए.किन प्यारेलाल और उनके जैसे अन्य कई लोग गांधी की आख़िरी इच्छा और वसीयत से आहत थे, जिसमें कांग्रेस का विघटन करके जाति मुक्त और शोषण न करने वाले समाज के निर्माण के लिए काम करने वाले गैर-राजनीतिक संगठन बनाने की इच्छा जताई गई थी.
इस सम्मेलन में राजनीति और गवर्नेंस को लेकर गहरी दुर्भावना नज़र आई. यह नेहरू ही थे जिन्होंने कांग्रेस को ख़त्म करके लोक सेवा संघ जैसे ग़ैर-राजनीतिक संगठन के निर्माण के विचार का विरोध किया.
उन्होंने सहजता से गवर्नेंस की समस्याओं पर बात की और यह भी माना कि बापू की आधारभूत विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक संगठन की ज़रूरत है क्योंकि सरकार ख़ुद हर समस्या हल नहीं कर सकती.
लेकिन उस बैठक में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और गांधी ने राजनीतिक दायरा बनाने में सहायता की है. उन्होंने कहा कि न तो राजनीतिक दायरे को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है और न ही राजनीतिक जीवन को ख़त्म किया जा सकता है.
उन्होंने कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बनाए रखने की वकालत की और कहा कि रचनात्मक संस्थानों के साथ इसका संबंध भी बना रहना चाहिए.
पूरे कांग्रेस नेतृत्व को इस सवाल पर विचार करना चाहिए- 'सर्वोदय' और देश में चल रहे अन्य रचनात्मक कार्यों के साथ उनका वैसा कोई जुड़ाव क्यों नहीं है, जैसा एक समय हुआ करता था?
कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सर्वोदय (सबका उदय, सबका विकास) के साथ फिर से जुड़ने का मौक़ा खो दिया है.
भले ही कांग्रेस के नेता इस बात को न जानते हों, यह बताना ज़रूरी है कि कांग्रेस को इस बात के लिए सर्व सेवा संघ का आभारी होना चाहिए कि उसने अपने महादेव स्मारक भवन को उसकी बैठक के लिए देने के लिए सहमति दे दी.
वरना कुछ दिन पहले आश्रम के ट्रस्ट के अधिकारी ने स्पष्ट रूप से इस परिसर में कांग्रेस की बैठक की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
उनका कहना था कि प्रार्थना करने वालों का यहां स्वागत है मगर राजनीतिक बैठक करने वालों का नहीं. महादेव भवन में कांग्रेस की बैठक को लेकर गांधीवादियों का एक वर्ग अभी भी नाख़ुश है.
बापू के निर्मल और शांत सेवाग्राम आश्रम में मंगलवार को एक घंटे स्पष्ट तौर पर निर्जीव सा माहौल बना हुआ था.
सुरक्षाकर्मियों ने आम लोगों को आश्रम के परिसर से बाहर निकालना शुरू कर दिया था. दूसरे छोर से कांग्रेस पार्टी के ख़ास चुने हुए लोग आए और एक समय राष्ट्रपिता की निवास स्थल रही 'बापू कुटी' के सामने बिछाए गए गद्दों पर बैठ गए.
  • सीडी कांड में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष को जेलभजन शुरू किया. घंटे भर भजन गायकी, कुछ अन्य गतिविधियां और फ़ोटो खींचने का दौर जारी रहा.
    पहली पंक्ति पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बैठे थे. वे ख़ामोश बैठ उस महान आत्मा का ध्यान कर रहे थे जिन्हें उनकी पार्टी अपने लिए एक मार्गदर्शक शक्ति मानती है.
    फिर वे पास में ही सेवाग्राम परिसर में मौजूद पांच गांधीवादी संस्थानों में से एक नाइ तालीम समिति द्वारा चलाए जा रहे स्कूल में गए. खाना खाने बाद उन्होंने अपने बर्तन बापू की शिक्षा के आधार पर साफ़ किए, जो कहते थे- अपने बर्तन और कपड़े ख़ुद साफ़ करने चाहिए.
    ये ऐसा कार्यक्रम था जो अधिकारी वर्ग के पहले से ही तय कार्यक्रमों की तरह चला. यह ऐसा सम्मेलन नहीं था जिसमें कोई अपनी आत्मा को तलाश रहा हो.
    सेवाग्राम की कुछ झोपड़ियां और इमारतें जीर्ण हो चुकी हैं. यहां रहने वाले कुछ लोग उम्रदराज़ हैं और बाहरी दुनिया के लोगों से वे कम ही बात करते हैं. मगर उनके पास कांग्रेस और इसके मौजूदा नेतृत्व को सिखाने के लिए कई सबक हैं. मगर इसके लिए पार्टी के लोगों को दो घंटों से थोड़ा ज़्यादा समय निकालना होगा.

Tuesday, September 18, 2018

想要拯救海洋?请远离十种“隐形微塑料”

特丽莎·梅政府近日出台新的环境计划,制定了有关降低塑料污染的雄心勃勃的目标。不过,这些目标很有可能无法实现。政府提出的其中一个目标就是消灭一切“可以避免”的塑料污染,但是并未明确给出“可以避免”的定义。目前,政府已经推出了若干具体措施,例如,每个塑料袋收费5便士的规定从大型超商推广至所有商业企业。此外,为了解决塑料微粒扩散的问题,政府近期宣布禁止在个人护理产品中使用微珠。

但此类措施即便在全球范围内推广也无法根除环境中“微塑料”的问题。

问题在于,所有的塑料最终都会变成虽然微小但却十分顽固的颗粒。在海洋中,即便是块头最大、强度最高的塑料最终也会在海浪和阳光的作用下被打碎、分解,直至最终变成直径不超过5毫米(大约蚂蚁那么大)的小颗粒,这些颗粒被称为“二次微塑料”。这种由饮料瓶、渔具、一次性餐具等用品转化而来的塑料比牙膏中含有的原本就体型微小的“初级微塑料”要多得多。

微珠是最常见的塑料微粒污染来源之一,但是,我们日常生活中还存在其他不那么起眼的微塑料污染源,我们称之为“隐藏的微塑料”,其中包括:轮胎由橡胶和大约60%的塑料(苯乙烯丁二烯)制成。车辆行驶过程中的摩擦、压力和热量所导致的轮胎磨损仅在英国就每年产生大约6.3万吨的塑料粉尘。这些塑料粉尘如进入大气,可以导致空气质量恶化,世界卫生组织( )认为这是导致早亡的原因之一。

如果塑料粉尘被水冲入下水道、河流和海洋,则可能会被贻贝等滤食动物摄入,从而进入人类的食物链。轮胎行业可以改用从橡胶树中提取的天然乳胶,但这同样会造成环境代价:扩大橡胶种植面积已经给东南亚地区的濒危生物带来了“灭顶之灾”。

2. 人工合成衣物
用丙烯酸塑料、聚酯、聚酰胺和氨纶纤维等材料制成的户外装备、裹腿、卫衣和套衫每次洗涤都会散落大约70万根微纤维。微纤维一旦进入水中就极难滤出,并且研究表明,很多国家的自来水中已经发现了此类纤维。

在美国,94%的自来水检测样本中含有纤维。因摩擦或者烘干脱落的纤维随空气传播,成为一种可吸入的粉尘,并且纤维中含有的毒性物质据信可以通过肺部吸收进入人体。在自然环境中,纤维被鱼类和其他动物摄入,并且通常优先于食物进入动物自身系统。如何解决?在所有洗衣机中安装滤网,并选择使用天然纤维。网球毛茸茸的表层由聚对苯二甲酸乙二醇酯( )制成,这种材料还被用来制作塑料奶瓶。与轮胎同理,这种塑料在使用过程中会磨损,变成粉尘。

4. 洗衣和洗碗凝珠/药片

各种含有清洁成分的洗涤剂和消毒剂都包含聚乙烯( )或者聚丙烯( )等微塑料。此类物质与化妆品中禁用的微珠是同一种物质。更好的方式是使用磨碎的椰子壳等天然材料。

5. 烟蒂

香烟过滤嘴由醋酸纤维素制成,这是一种不可生物降解的塑料。过滤嘴中的纤维可能脱落,并且一旦使用过就会释放包括尼古丁在内的大量有毒物质。烟蒂是最严重的海洋污染物,也是清理海滩时最常见的垃圾。装饰亮片深受幼儿园手工课老师的喜爱,但大多数亮片都是由PET或者聚氯乙烯薄膜( )制成的,极难处理。可以用桉树制成的可生物降解的纤维素薄膜亮片替代。

7. 湿巾

婴儿湿巾、擦手湿巾以及卸妆湿巾等产品一般都是由聚酯、聚乙烯和聚丙烯(或者是这些塑料和天然纤维的混合物)制成。它们不仅会堵塞下水道,造成地沟油块,而且其中的塑料不会溶解。它们还会释放塑料纤维。传统的全棉毛巾才是环保的选择。很多茶包不是可以完全生物降解的,而是含有一个聚丙烯“骨架”。茶包中的纸在堆肥或者土壤中降解之后,这些聚丙烯骨架会碎成小块。购买时应该向生产商询问茶包是否不含塑料,否则应该改用散茶叶。

9. 油

海洋表面布满了道路施划、船舶涂料和房屋涂色用的热塑油漆所产生的塑料粉尘。但不是所有的油漆都含有塑料。请使用以亚麻籽油或者乳胶作为粘合剂的油漆。

10. 外卖饮料杯

外卖饮料纸杯表面涂有一层聚乙烯。跟茶包一样,如果纸杯被丢弃或者填埋,在纸降解之后,塑料会碎成小颗粒。这种混合材料需经专业回收设施处理,否则,您最好自己携带可重复使用的杯子。

我们如果想切实改变现状,就需要解决各种塑料垃圾的问题:既要解决我们看得见的塑料垃圾,也要应对很多我们看不见的塑料垃圾。有一些塑料产品是我们生活中不可或缺的,但也有很多塑料产品我们可以轻易弃用、替代或减少使用。

Thursday, September 6, 2018

भारत-अमेरिका की पहली 2+2 बैठक आज, यूएस के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भारत पहुंचे

  भारत-अमेरिका के बीच पहली 2+2 वार्ता गुरुवार को होगी। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो बुधवार शाम भारत पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनका स्वागत किया। इससे पहले पोम्पियो ने भारत पहुंचने से पहले कहा- वार्ता में भारत और रूस मिसाइल सौदे और ईरान से तेल आयात करने पर बातचीत हो सकती है, लेकिन इस पर जोर नहीं रहेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बातचीत में भारत इन दोनों मुद्दों पर अपना पक्ष मजबूती से रखने की तैयारी कर चुका है। भारत अमेरिका को सुरक्षा और अपने ईंधन संकट के बारे में समझाने की कोशिश कर सकता है।

इस वार्ता में दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच आतंकवाद, रक्षा सहयोग और व्यापार पर बातचीत होना तय है। इसके अलावा, दोनों देश पाकिस्तान की नई सरकार पर राय, एच-1बी वीजा की प्रक्रिया में बदलाव जैसे मुद्दे पर भी बात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, दोनों देश काफी समय से लंबित मामलों और संचार-सुरक्षा समझौते (सीओएमसीएएसए) पर एकमत हो सकते हैं। सीओएमसीएएसए से भारतीय सेना को अहम अमेरिकी सैन्य तकनीक हासिल करने में आसानी होगी।

12 सदस्यीय प्रतनिधिमंडल आएगा : सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस मौजूद रहेंगे। वहीं, 12 सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्ड भी शामिल हैं।

पहले दोनों मंत्रियों की अलग-अलग बैठक होगी : गुरुवार सुबह सुषमा स्वराज की पोम्पियो के साथ और सीतारमण की मैटिस के साथ अलग-अलग बातचीत होगी। इसके बाद दोनों देशों के मंत्री 2+2 बैठक करेंगे। लंच के बाद स्वराज, सीतारमण, पोम्पियो और मैटिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पोम्पियो गुरुवार शाम ही अमेरिका चले जाएंगे, जबकि मैटिस शुक्रवार सुबह रवाना होंगे।

दो बार टल चुकी 2+2 बैठक : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच जून 2017 में व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई थी। उस दौरान पहली 2+2 वार्ता को लेकर सहमति बनी। पहले यह बैठक अप्रैल 2018 में होनी थी, लेकिन ट्रम्प ने विदेश मंत्री रेक्स टिलेरसन को हटा दिया। तब तक माइक पोम्पियो की नियुक्ति नहीं हुई थी। इस वजह से वार्ता को टाला गया। दूसरी बार बैठक जुलाई 2018 में तय की गई, लेकिन अमेरिका ने बैठक आगे बढ़ाने की बात कही। इसकी वजह दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में आई खटास को माना गया।

अमेरिका-भारत की बैठक साल में दो बार होना तय :  जून 2017 में बैठक के दौरान मोदी और ट्रम्प ने तय किया था कि द्विपक्षीय सहयोग के तहत रक्षा तकनीक और व्यापारिक पहल के मुद्दों पर बात करने के लिए दोनों देश हर साल दो बार बैठक करेंगे। इसके तहत पहली 2+2 वार्ता 6 सितंबर को हो रही है। इसके अलावा रक्षा और विदेश मंत्रालय स्तर की आखिरी बैठक 19 जुलाई 2018 को हुई। इसमें भारतीय रक्षा उत्पाद सचिव डॉ. अजय कुमार और अमेरिकी रक्षा अधिग्रहण विभाग की मंत्री एलन एम लॉर्ड ने बातचीत की। वहीं, 25 मार्च 2017 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस, गृह सुरक्षा मंत्री जॉन केली और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर के साथ मुलाकात की थी।

मोदी भी चार बार जा चुके अमेरिका : भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंधों में सुधार के लिए 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार अमेरिका गए थे। इसके बाद जनवरी 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत के 66वें गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए तो इसे दोनों देशों के संबंधों में सुधार की तरह देखा गया। इसके बाद मोदी 2015, 2016 और 2017 में अमेरिका जा

Wednesday, August 29, 2018

应对气候变化不是“意识形态战争”

《中美气候变化联合声明》一出,美国参众两院的共和党领袖们立刻表示反对,认为美国所承诺的行动将“可能拉高美国中产阶级依赖的廉价、清洁的能源的价格,并冲击美国人民的就业”。美国参议院共和党领袖、也是即将出任美国参议院多数党领袖的麦康奈尔说:“我们的经济不能承受总统对煤炭发起的意识形态战争,这会增加对中产阶级的压榨,并使矿工们失去工作。”

这似乎不是共和党人第一次把应对气候变化上升到“意识形态战争”的高度了。意识形态战争,字面上的意义指的是由于意识形态不同所导致的冲突。我们姑且可以认为,麦康奈尔先生认为奥巴马是因为自己对于气候变化的“信仰”,对美国人眼前的利益形成了某种压迫。

首先来看看气候变化是不是一种“信仰”。最近有一篇讲述科学家的“气候抑郁症”的文章,其中研究气候变化的科学家杰弗瑞·基尔这样说:“换作是你会是什么感受?你把研究的结论呈递到某些人手中,但是他们说他们不相信你,说得好像这是信仰问题一样。我所说的又不是宗教,我所说的是事实。这就像是一个医生对一个人做了极端仔细的检查和观察之后,做出结论这个人需要做手术,而这个人看着这个医生说‘我不相信你’。”

说到信仰,倒是有一本书--《贩卖怀疑的商人》 (),这本书的作者用5年时间研究了各种历史资料和文献,找出了反对酸雨、臭氧洞、气候变化的存在,反对吸烟有害论,妖魔化蕾切尔·卡森这样的环境、健康问题的警示者背后的黑手。令人惊讶的是,他们居然是同一拨人!其中不乏大企业收买的科学家,也有不少确实是完全中立的科学家。他们如此团结一致地反对环保政策,因为他们是自由市场的信仰者,而环境问题要求政府出手干预,在他们看来,这就是在为共产主义招魂。为了捍卫西方的自由传统,这些砖家们就拿起了笔杆子。也就是说,一直因为信仰而打压环境科学、影响政策的不是别人,正是共和党的核心价值观—自由市场的信仰者。

《贩卖怀疑的商人》用一个比喻来形容这些人:大餐临近尾声,服务员送来账单要结账,有些人否认这是他们的账单,有些人否认这是账单,有些人否认自己分享了大餐,而有些人否认那个人是服务员。最后他们得出结论:只要索性不理睬那个服务员,他就会自行离开。

这其实是很有意思的一件事,这意味着这些“自由市场的信仰者”,实质上并不相信市场是解决所有问题的万金油,也不相信市场是不需要政府干预的。因为他们没有办法回答市场在没有政府干预的情况下如何应对这些问题,所以只能干脆直接否认问题的存在。主流科学的结论必然是包含着不确定性的,但是科学对于风险的大小可以作出估算,政治家的责任就是依据有限的知识,平衡各方利益,包括现在和未来的利益,做出最有利于民众福祉的决定。

与以前完全否认气候变化问题的立场相比,这次共和党人的发言似乎向前迈进了一步,至少他们没有质疑气候变化的真实性,而只是宣称美国无法承受这样的应对气候变化的成本。这意味着美国国会中对于气候问题本身的认识正在形成共识。但这并不意味着共和党保守派在原有立场上有所让步,他们所提出的应对气候变化的成本问题是合理而且务实的关切,而且这些关切在任何一个国家都是赢得公众支持的廉价筹码。这表明他们决心继续依靠民主体制反对应对气候变化的行动。

人性本来就是看眼前的利益重于未来的利益。如果民主仅仅是意味着人性的简单累加,而我们又活在一个资源有限的星球上,那结果必然就是寅食卯粮自掘坟墓。这就是我们为什么需要政治家和科学家作为社会的理性来抑制(而不是讨好)短视行为的冲动,以实现短期和长期利益的平衡。

如果共和党人认真为美国人的利益考虑,肯定要优先考虑如何来抑制中国资源(二氧化碳排放空间也是一种资源)消耗的增长,因为如果中国继续学习美国的生产生活方式发展下去,必将和美国展开更激烈的资源竞争。他们无法改变的是中国继续以美国榜样进行发展,但是他们可以改变的是树立一个新的榜样。这也正是奥巴马的气候政策试图做的。

同时,保护气候的主张不是像保守派共和党人所认为的要限制个人自由,而是希望我们的生产生活方式能够有所调整,从而对我们所了解到的科学知识和历史经验做出正确的回应,目标是把经济系统消耗自然资源的速度,降低到与自然资源自我恢复的速度持平的程度。这并不是说支持应对气候变化就是狂妄到认为自己能规划人类后面几代人的事,而是作为一代人认识到自己作为地球上的客旅,必须坚守不能过河拆桥的基本道德责任。

这次的《中美气候变化联合声明》单从数字上看,可能并不能让人惊叹,但是体现出的全球最大的两个经济体、最有影响力的发展中国家和发达国家、最大的生产国和消费国之间共同行动的意愿,是举世瞩目的。加上之前欧盟提出2030年减排承诺,显示出全球经济的泰坦尼克号已经开始整体转向,以避开不可逆转的灾难性气候变化这座冰山。

总之,把抗击气候变化的斗争称为一场意识形态的战争是不符合实际的,是不利于解决问题的。如果共和党还在否认气候变化的发生,那就是他们在挑起一场政治信仰对科学事实的意识形态斗争。如果大家对气候变化的事实已经有一个基本共识,那么把这个问题放在一个利益博弈的框架内来应对,解决的可能性就大多了。

Monday, August 27, 2018

ट्रंप और किम जोंग उन की वो तस्वीरें, जो खिंचते ही ऐतिहासिक हो गईं

Wednesday, August 15, 2018

美国探测器“帕克”飞日 七年长征最近距离接触太阳

帕克探测器原定周六(8月11日)升空,但准备发射之际有警报响起,控制中心调查警报的源头后没能赶上当天的最佳发射时机,发射因此要顺延至周日(8月12日)。探测器最终在美国东岸时间早上3时31分(即北京时间当天下午3时31分)发射。
这个探测器将花七年时间对太阳进行近距离观察,甚至会进入太阳的大气层,因此美国太空总署在设计它的时候,已经为它装设隔板,可抵受摄氏约1300度高温。
这个探测器的主要任务是分析太阳的大气层,最接近太阳的时候,它距离太阳的表面只有约616万公里。
听起来好像还很远,但美国约翰斯·霍普金斯大学应用物理实验室(Johns Hopkins Applied Physics Laboratory)科学家福克斯(Nicky Fox)解释说,如果地球与太阳的距离是一米,那么这个探测器最接近太阳的时候,双方距离就只有四厘米。
她同时介绍,探测器将以每小时69万公里的速度围绕太阳运行,是有史以来速度最快的人造物体。她说以此速度从纽约到东京,所需时间“少于一分钟”。
这个探测任务可以让科学家更深入了解太阳的运作。太阳经常会向外喷射带磁性的粒子,称为“太阳风”(solar wind)。这些磁性粒子与地球本身的磁场发生反应,就成了漂亮的北极光。但有些时候,如果这些“太阳风”的威力太强,它们会影响地球表面的通讯,也会影响人造卫星的运作,甚至影响各地供电网络的稳定。
帕克探测器取得的资料,可以让科学家更准确地预测这些“太阳风”何时爆发,这样就能让他们有所防范。该研究中心在2015年的《气候融资报告》中分析了中国气候资金需求的特征:由于国际气候资金的流入数量难以准确评估,国内公共资金发挥了不可替代的杠杆作用,但一些固有问题使得中国气候资金缺口大的问题短期内无法得到缓解。例如,由于界定问题和数据障碍,财政资金撬动社会资本的比例还无法得到准确的估算;清洁技术分布在越来越广泛的行业领域,跨界特征显著,原有的统计口径很难在第一时间完全覆盖各种相关的资金动向;基础设施投资成本高、风险大、周期长;气候变化适应活动产生的经济效益估值困难,对资金的吸引力不足。

在2015年以前,大规模资本介入传统金融市场,还存在较多的投资障碍。2015年以来逐渐启动的中国绿色金融市场,正在改变这样的状况。事实上,2015年以来,中国的绿色金融取得了突出的进展。除了一系列顶层政策文件几乎无一例外地将绿色金融确立为国家战略布局的内容之外,金融市场上涌现了绿色债券的踊跃实践。人民银行在2015年12月22日发布了绿色金融债的相关管理办法,随后仅一个月,浦发银行和兴业银行即在2016年1月27日和28日发行共计300亿元绿色金融债。截止到2016年第三季度末,中国银行间市场的绿色金融债发行额度共计达到530亿元人民币,在全球160多亿美元的绿色债券总额中占据半壁江山。预计在强大债券市场和融资需求的支撑下,2020年之前中国绿色债券的年均规模估计将近3000亿元人民币。这些资金都将用
帕克太阳探测器以美国天体物理学家帕克(Eugene Parker)命名,是首个以科学家命名的太空探测器。帕克在1958年,首次提出“太阳风”的说法,
帕克在佛罗里达州的发射中心观看帕克探测器升空后说,兴奋地说科学界在接下来数年“将会学到许多东西”。
太空总署预计,探测器在12个星期后就能抵达太阳外的预定范围,展开工作。

Monday, July 30, 2018

盘点:环境公益诉讼的六个里程碑

2015年1月1日,部分民间环保组织随着新环保法的实施获得了提起环境公益诉讼的资格;同年7月,13个省的检察院经全国人大授权也开始试行提起环境公益诉讼。至今,法院共受理了189件公益诉讼案件,其中约60%由民间组织提起。

环境公益诉讼往往承担着三重意义:除了解决案件涉及的具体环境问题,此类案件在媒体的关注下往往成为进行公民环境教育和法律教育的机会。此外,案件的审理还会为今后类似案件的办理留下范本。

今年全国“两会”期间,
最高人民法院就发布了一系列典型示范案件,并向公众公开。这些案件的处理方式无疑将成为此后各类原告提起环境公益诉讼的重要参考。中外对话梳理了其中较有影响力的六个案件,带您回顾中国环境公益诉讼发展历程中的里程碑。

天价污染的震慑力:泰州1.6亿天价赔偿案

江苏泰州六家化工企业将生产产生的2.5万多吨危险废物交给无处理资质的企业处理,后者将其倒入泰州的两条河流中,导致水体严重污染。

这起由社会组织“泰州市环保联合会”提起的公益诉讼,得到了法院支持,最终判定六个企业赔偿环境修复费用1.6亿,并承担10万元的污染鉴定费。

最高人民法院特邀咨询员吕忠梅认为,最高院的最终裁定对新环保法生效后个案裁判乃至司法规则的确立具有里程碑式的意义。而中国政法大学教授
王灿发看到了另一种趋势,即1.6亿赔偿的判决标志着通过公益诉讼让污染企业付出高代价的时代已经开启,具有强制执行条款的新环保法将让企业不得不警惕污染的成本。

沙漠不是垃圾场:腾格里沙漠污染系列民事诉讼案

跨西北三个省的腾格里沙漠并非不毛之地,沙漠中的零星湖泊和地下水系统养育维持着牲畜和牧民的生计。把未达标的废水直接排进沙漠时,当事的八家化工企业也许没有想到,在偏僻的沙漠里排污最终会给它们带来巨大的麻烦。

中国本土基金会“中国绿发会”(简称绿发会)于2015年8月向宁夏第一中级人民法院提起诉讼,要求八企业停止污染并修复生态环境,但法院认为绿发会并非《新环保法》规定的“专门从事环境保护公益活动”的社会组织,无诉讼资格,没有受理该案。

绿发会一直上诉至最高人民法院,最高院最终认定绿发会具有提起这起诉讼的资格,裁定原中级法院重新受理此案。最高院意见认为,对“专门从事环境保护公益活动”的理解,不能局限于直接改善环境的行为,应该将宣传教育、法律援助和公益诉讼等促进完善环境治理体系、提高环境治理能力的活动都算在内。

武汉大学教授王树义认为,最高院的裁定对类似案件有很好的指引和示范作用。因此,不论结果如何,这场目前尚未完结的诉讼已经具有了独特的价值。

如何计量空气污染伤害:
山东德州大气污染公益诉讼第一案

山东德州市内一玻璃厂临近居民生活区,其废气排放不达标令周围居民深受其害。环保部下属的NGO“中华环保联合”会将其告上法庭,法院于2016年7月20日一审判定其赔付因超标排放造成的损失超过2000万人民币。

中国人民大学教授周珂认为,由于大气污染和损害的因果关系难以认定、损害大小很难按照通常使用的污染损害鉴定法。该案是新《环境保护法》施行后第一起受到广泛关注的大气污染公益诉讼案件,而法院衡量被告的赔偿额度时采用的
虚拟成本法也广受关注。这种方法按照企业因逃避环保设备安装和使用节省下来的成本计算其应赔付的金额,为计算污染损害提供了一种思路。

地下水没有省界:三峡库区饮用水源污染公益诉讼案

一个临近重庆的湖北矿业公司未完成环评报告,就非法开矿作业,其废水和尾矿库直接排放到自然洼地中。当地属于喀斯特地貌,有害物质经由溶洞和裂缝扩散,污染了横跨两省的重要饮用水源地千丈岩水库。

重庆环保组织“重庆绿色志愿者联合会”将其告上法庭,要求其停止污染并避免后续污染。

一审和二审法院均支持原告请求,判定该矿业公司修复生态环境,并重新申请环境影响评价之后方可生产。

中国人民大学教授张新宝认为,尽管本案被告矿业公司地处湖北省,但由于受损害的千丈岩水库大部分处于重庆市辖区,由重庆当地法院受理名正言顺。可见,即使是跨省的污染,追求起责任来也有法可依。


农村污染应受重视:苏养殖污染公益诉讼案

江苏江阴一个养殖合作社的养猪场,未经环评和验收就投入生产,严重污染了临近村庄。“中华环保联合会”提起诉讼,要求其停止违法养殖和排污行为并处置已产生的污染物、恢复被污染的水和土壤。

中国政法大学教授
王灿发认为,中国农村环境污染日益严重但一直未能得到养殖企业和地方政府的重视,这一判决为其他污染者敲响警钟,也为环境公益组织提出类似诉讼做出了示范。

检察院状告外地政府:贵州六盘非法堆放垃圾案

除了污染者,行政机关的监管不作为也可以通过法律手段去纠正,即使是跨辖区打官司也没问题。这起案件就是全国首例跨区执行的环境行政公益诉讼案。

在贵州六盘水市,一个镇将当地一块空地作为该镇临时生活垃圾堆放场,造成污染。与该镇相邻的另一个区的检察院因而将该镇政府告上法庭,要求其清除垃圾并恢复当地环境。

对环境公益诉讼案件实行跨区域管辖,有利于克服地方保护、督促行政机关依法履职。中国政法大学副校长马怀德认为,本案的监督效果十分明显,有示范效应。

Wednesday, June 6, 2018

лишится ли Украина статуса морской державы

Корабли ВМФ Украины находятся в плохом состоянии и на 95% нуждаются в ремонте и замене. Об этом RT сообщил источник в Минобороны страны. Ранее главком ВМС вице-адмирал Игорь Воронченко заявил, что украинскому военному судостроению грозит «точка невозврата», если правительство срочно не выделит средства на создание нового корвета. Опрошенные RT эксперты сошлись во мнении, что в критическом положении не только кораблестроительная отрасль, но и весь флот. Тем временем у союзников Киева нет масштабных планов по поддержке украинского ВМФ.
Командующий ВМС Украины вице-адмирал Игорь Воронченко раскритиковал позицию официального Киева относительно финансирования государственного оборонного заказа. Выступая на общем собрании Ассоциации судостроителей «Укрсудпром» в конце мая, военачальник сообщил, что недавно получил письмо, где говорилось, что в бюджете страны нет средств на строительство корвета серии «Владимир Великий». Ранее заявлялось, что деньги — около $52 млн — на достройку заложенного ещё при Януковиче корвета будут выделены в текущем го.

Вроде бы все мужи государственные подписывают постановления, но средства считают после того, как подписали. Приходит письмо буквально две недели назад, что нет в государстве средств соответствующих», — сказал Воронченко.
По его словам, если флот не получит нужной суммы, то будет пройдена «точка невозврата», а это грозит потерей более девяти тысяч рабочих мест.
Программа строительства корветов проекта 58250 была принята в 2008 году. Суда разработали специалисты николаевского Исследовательско-проектного центра кораблестроения. Первый корабль был заложен в Херсоне в 2011 году. Изначально планировалось построить 12 кораблей до 2026 года, позже речь шла уже о четырёх судах. Однако пока со стапелей не сошло ни одного корабля.